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बार बार पेशाब आना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। यह समस्या अक्सर बीमारी का लक्षण होती है लेकिन कई बार इसकी वजह भी कुछ अन्य कारण हो सकते हैं। इस लेख में हम बार बार पेशाब आने के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
बार बार पेशाब अनेका लक्षण
बार बार पेशाब आने के कई संभावित लक्षण हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य लक्षण दिए जा रहे हैं जो इस समस्या के साथ आते हैं:
1. ज्यादा पेशाब की इच्छा (Urgency):
- पेशाब के आवेग में अचानक वृद्धि होती है जिसके कारण व्यक्ति को जल्दी से जल्दी पेशाब करने की इच्छा होती है।
2. ज्यादा मात्रा में पेशाब आना (Frequency):
- व्यक्ति को असामान्य रूप से अधिक बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होती है।
3. पेशाब करने के बाद अनुभवित असहनीयता (Dysuria):
- पेशाब करने के बाद दर्द, जलन, या खुजली का अहसास होता है।
4. रक्त या पुराने पेशाब के माध्यम से पेशाब आना (Hematuria or Bloody Urine):
- पेशाब करते समय रक्त के थक्के दिखाई देना या बिना किसी अन्य कारण के पुराने पेशाब का आना।
5. मूत्र के रासायनिक संरचन (Chemical Composition of Urine):
- यदि मूत्र में कुछ असामान्य संरचन हो, तो यह भी बार बार पेशाब आने का कारण बन सकता है।
6. मूत्र द्वार की सूजन (Urethral Swelling):
- मूत्र द्वार की सूजन के कारण भी पेशाब करने में असहनीयता हो सकती है।
7. नींद की अवरुद्धता (Nocturia):
- रात को ज्यादा बार पेशाब करने की इच्छा होती है जिससे नींद की अवरुद्धता हो सकती है।
8. पेशाब के दौरान दर्द या दबाव (Pain or Pressure During Urination):
- पेशाब करते समय दर्द, दबाव या असहनीयता महसूस हो सकती है।
9. मूत्र में बदलाव (Changes in Urine):
- गहरा या अजीब रंग का मूत्र, बदबू, या अन्य असामान्य संकेत।
10. आकार में परिवर्तन (Changes in Volume):
- असामान्य रूप से ज्यादा या कम मात्रा में पेशाब करना।
यदि आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का ठीक निदान करेंगे और उपचार की सही दिशा में आपको गाइड करेंगे। जिससे आपकी स्वास्थ्य समस्या को ठीक किया जा सके।
बार बार पेशाब आने के मुख्य कारण (Causes):
बार बार पेशाब आने के कई कारण हो सकते हैं। यहाँ कुछ मुख्य कारण दिए जा रहे हैं:
1. इंफेक्शन (Infection):
- मूत्रमार्ग का संक्रमण (Urinary Tract Infection – UTI) एक आम कारण है बार बार पेशाब आने का। यह समस्या मूत्र में जलन, दर्द, या आग जैसे लक्षणों के साथ आ सकती है।
2. डायबिटीज (Diabetes):
- मधुमेह (डायबिटीज) में रक्त में शर्करा की अधिकता के कारण शरीर को पेशाब को बाहर निकालने की अधिक जरुरत होती है।
3. प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या (Prostate Problems):
- पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या भी बार बार पेशाब आने का कारण बन सकती है।
4. किडनी स्टोन (Kidney Stones):
- किडनी स्टोन्स के होने पर पेशाब करते समय दर्द और असहनीयता महसूस हो सकती है जिससे व्यक्ति बार बार पेशाब करने की इच्छा महसूस करता है।
5. उत्तेजक पदार्थों का सेवन (Caffeine and Alcohol):
- अधिक मात्रा में कॉफी, चाय, और अल्कोहल का सेवन करने से भी पेशाब के आवेग को बढ़ा सकता है।
6. इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस (Interstitial Cystitis):
- यह एक रोग है जिसमें ब्लैडर की दीवारों में सूजन होती है जिससे व्यक्ति को अक्सर पेशाब करने की इच्छा होती है।
7. शारीरिक गतिविधि का कारण (Physical Activity):
- अधिक व्यायाम करने या फिर लंबे समय तक निष्क्रिय रहने से भी पेशाब के आवेग में बढ़ोतरी हो सकती है।
8. आयु और हार्मोनल परिवर्तन (Age and Hormonal Changes):
- बुढ़ापे में या फिर महिलाओं के गर्भाशय के निकट गर्भाशय संबंधित समस्याओं के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
9. दवाओं का सेवन (Medications):
- कुछ दवाओं के सेवन से भी पेशाब के आवेग में वृद्धि हो सकती है।
10. अन्य कारण (Other Causes):
- वातावरणीय परिवर्तन, उच्च रक्तचाप, या फिर दूसरी गंभीर स्थितियां भी बार बार पेशाब आने का कारण बन सकती हैं।
ये कुछ मुख्य कारण हैं जिनसे बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है या आपको इसके साथ अन्य लक्षण भी होते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। उन्हें आपकी स्थिति का सही निदान करने में मदद मिलेगी और उपचार की सही दिशा दिखा सकेगें।
महिलाओं को बार-बार पेशाब आना
महिलाओं को बार-बार पेशाब आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ यहाँ दिए जा रहे हैं:
1. मूत्रमार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infection – UTI):
- महिलाओं को यूटीआई आमतौर पर अधिक होती है। यह समस्या यूरेथ्रा, ब्लैडर, या किडनी में संक्रमण के कारण हो सकती है।
2. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन (Sexually Transmitted Infections – STIs):
- यह इन्फेक्शन भी मूत्रमार्ग में संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जैसे कि च्लामीडिया, गोनोरिया, या ट्रिकोमोनाइसिस।
3. ब्लैडर सिंड्रोम (Bladder Syndrome):
- इसमें ब्लैडर में सूजन और आवेग होता है, जिससे व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो सकती है।
4. इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस (Interstitial Cystitis):
- यह ब्लैडर की दीवारों के सूजन के कारण हो सकती है, जिससे महिलाओं को बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो सकती है।
5. हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal Changes):
- प्रेगनेंसी, मासिक धर्म के समय, या मेनोपॉज़ के समय महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं जिससे पेशाब की मात्रा बढ़ सकती है।
6. गर्भाशय संबंधित समस्याएँ (Uterine Issues):
- गर्भाशय से संबंधित समस्याएं, जैसे कि गर्भाशय के अवयवों की सूजन या गर्भाशय का प्रकृतिक रूप से अवसाद भी इस समस्या का कारण बन सकते हैं।
7. दवाओं का सेवन (Medication):
- कुछ दवाओं के सेवन से भी पेशाब की मात्रा में वृद्धि हो सकती है, जैसे कि दारू, कॉफी, या डायूरेटिक्स।
8. अन्य कारण (Other Causes):
- डायबिटीज़, दर्द या चोट के कारण, व्यायाम के बाद, या वातावरणीय परिवर्तन के कारण भी महिलाओं को बार-बार पेशाब करने की समस्या हो सकती है।
यदि आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का ठीक निदान करेंगे और उपचार की सही दिशा में आपको गाइड करेंगे। जिससे आपकी स्वास्थ्य समस्या को ठीक किया जा सके।
पेशाब करने के बाद भी पेशाब आना
पेशाब करने के बाद भी अगर आपको लगता है कि आपको फिर से पेशाब करने की इच्छा हो रही है, तो इसे “अनुत्तीर्णता” (Urgency) कहा जाता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है और इसका सही कारण निर्धारित करने के लिए आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यहां कुछ संभावित कारण दिए जा रहे हैं:
1. मूत्रमार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infection – UTI):
- UTI के इन्फेक्शन के कारण अक्सर अनुत्तीर्णता की समस्या हो सकती है। इसके साथ-साथ मूत्र में जलन, दर्द, या खून आने की समस्या भी हो सकती है।
2. ब्लैडर सिंड्रोम (Bladder Syndrome):
- इसमें ब्लैडर की दीवार में सूजन होती है और इसके कारण व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो सकती है।
3. अद्वितीय ब्लैडर में सुजन (Interstitial Cystitis):
- यह एक अद्वितीय ब्लैडर की समस्या है जिसमें ब्लैडर में सुजन और अस्थायी वायरलिटी होती है।
4. अवयव संबंधित समस्या (Pelvic Organ Prolapse):
- अगर किसी महिला के पेशाब करने के बाद ब्लैडर या अन्य गर्भाशय संबंधित अवयव में सुजन या कमजोरी है, तो यह भी अनुत्तीर्णता की समस्या पैदा कर सकता है।
5. ब्लैडर कैंसर (Bladder Cancer):
- ब्लैडर कैंसर के कुछ मामूली लक्षण हो सकते हैं जैसे कि अनुत्तीर्णता या मूत्र में खून।
6. किडनी स्टोन्स (Kidney Stones):
- किडनी स्टोन्स के होने पर पेशाब करने में असहनीयता और अनुत्तीर्णता हो सकती है।
7. डायबिटीज (Diabetes):
- अगर किसी को मधुमेह है, तो वह अधिक पेशाब कर सकता है, जिसे अनुत्तीर्णता की समस्या कहा जा सकता है।
ये कुछ संभावित कारण हैं जिनसे पेशाब करने के बाद भी अनुत्तीर्णता की समस्या हो सकती है। अगर आपको इस समस्या का सामना हो रहा है तो डॉक्टर से जांच कराना और उचित उपचार करवाना बेहद महत्वपूर्ण है। वे आपकी स्थिति के अनुसार उपचार सुझा सकते हैं और समस्या को ठीक करने के लिए सहायक हो सकते हैं।
बार बार पेशाब आने के उपचार (Treatment)
बार बार पेशाब आना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिसे पोल्यूरिया कहा जाता है। यह समस्या अक्सर बीमारी का लक्षण होती है और किसी भी उम्र में हो सकती है। यहां इस समस्या के इलाज के कुछ मुख्य तरीके बताए गए हैं:
1. डॉक्टर की सलाह और निदान (Doctor’s Consultation and Diagnosis):
- सबसे पहले, अगर आपको बार बार पेशाब आने की समस्या है, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और आपकी स्वास्थ्य का पूरा निदान करेंगे।
2. लेब टेस्ट्स (Lab Tests):
- डॉक्टर आपको मूत्र और रक्त टेस्ट के लिए सलाह दे सकते हैं ताकि समस्या के कारण का निदान किया जा सके।
3. इलाज की दिशा (Treatment Approach):
डावाएं (Medications):
- अंटीबायोटिक्स (Antibiotics): यदि इंफेक्शन का कारण है, तो डॉक्टर आपको उचित अंटीबायोटिक्स दे सकते हैं।
- एंटी-इन्फ्लेमेट्री (Anti-inflammatory): इंफेक्शन से आयी सूजन को कम करने के लिए इन दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।
- यूरोलोजिकल दवाएं (Urological Medications): प्रोस्टेट या किडनी संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए विशेष दवाएं भी दी जा सकती हैं।
थेरेपी (Therapies):
- इंफेक्शन या सूजन का उपचार: डॉक्टर द्वारा निर्धारित इंफेक्शन के उपचार के अलावा, कई बार थेरेपी के माध्यम से भी सूजन को कम किया जा सकता है।
सर्जरी (Surgery):
- गंभीर मामलों में, जैसे कि प्रोस्टेट या किडनी समस्याएं, सर्जरी की सलाह दी जा सकती है।
4. घरेलू उपाय (Home Remedies):
– पानी की मात्रा बनाए रखें:
- पानी पीने की अधिक मात्रा से पेशाब की जरूरत कम हो सकती है।
– सही आहार:
- खासतौर पर कॉफी, चाय, और एल्कोहल से दूर रहें। प्रोटीन और फाइबर से भरपूर आहार लें।
– स्वस्थ जीवनशैली:
- व्यायाम करें, तंबाकू और अल्कोहोल से दूर रहें, और स्ट्रेस को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा लें।
5. अपनी तबियत का ध्यान रखें (Self-Care Tips):
– सही हाइजीन:
- पेशाब के बाद अच्छे से हाथ धोकर रखें।
– काब्ज़ को दूर करें:
- काब्ज़ के कारण भी बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है, इसलिए उचित आहार और पानी की मात्रा बनाए रखें।
– पेशाब को टालने से बचें:
- जब भी महसूस हो कि पेशाब आने वाला है, तुरंत जा कर शौचालय में जाएं।
यदि आपको बार बार पेशाब आने की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह और उपाय के लिए सही दिशा में चलें। इस समस्या को गंभीरता से न लें और उचित उपचार कराएं। अगर आपको इस समस्या से जुड़े किसी भी प्रकार के संदेह या सवाल हैं तो डॉक्टर से परामर्श लें।
बार बार पेशाब आने की समस्या को गंभीरता से न लें और डॉक्टर की सलाह पर चलें। यदि आपको इस समस्या से संबंधित कोई संदेह हो, तो जल्दी से जल्दी मेडिकल सलाह लें।
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बार-बार पेशाब आना और जलन होना घरेलू उपाय
यदि आपको बार-बार पेशाब आने और जलन की समस्या है, तो कुछ घरेलू उपाय इस समस्या को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ये उपाय आम तौर पर सुरक्षित होते हैं और घर पर ही उपलब्ध होते हैं। यहां कुछ आसान घरेलू उपाय दिए जा रहे हैं:
1. पानी की पर्याप्त मात्रा में सेवन (Stay Hydrated):
- पानी पीने से अवयवों को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। पानी की पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।
2. ताजगी से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन (Fresh Fruits and Vegetables):
- ताजगी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं, जैसे कि तरबूज, ककड़ी, गाजर, टमाटर, शलजम, आदि।
3. गर्म पानी के साथ शहद का सेवन (Honey with Warm Water):
- गर्म पानी में एक चमच शहद मिलाकर पीने से पेशाब में आराम मिल सकता है।
4. गुड़ के साथ दालचीनी का सेवन (Cinnamon with Jaggery):
- एक छोटी गुड़ को कुट्टू दालचीनी मिलाकर खाने से लाभ हो सकता है।
5. गर्म पानी का पाद करना (Hot Water Compress):
- पेशाब करने के पहले या बाद में गर्म पानी का पाद करना जलन को कम कर सकता है।
6. पुदीने का रस (Mint Juice):
- पुदीने के पत्ते का रस पीने से भी जलन कम हो सकती है।
7. खाद्य सामग्री की प्रतिबंधित व्यवस्था (Avoid Certain Foods):
- तले हुए, तीखे, और मसालेदार खाद्य सामग्री से बचें।
8. मूंग दाल का पानी (Green Gram Water):
- एक गिलास पानी में थोड़ी सी मूंग दाल को भिगोकर रखें, और उस पानी को पीने से लाभ हो सकता है।
9. सही हाइजीन स्तर की देखभाल (Proper Hygiene):
- सही तरीके से साफ-सुथरी रहें और जलन की समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए सही हाइजीन स्तर की देखभाल करें।
यदि ये घरेलू उपाय समस्या में सुधार न ला सकें या समस्या गंभीर हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का सही निदान करेंगे और उपयुक्त उपचार की सलाह देंगे। इसके अलावा, अगर आपको बुद्धिमानी से खुद की स्थिति का निरीक्षण और समस्या को समझने में मदद चाहिए, तो भी डॉक्टर की सलाह लेना सहायक हो सकता है।
नटुरिकारे आयुर्वेदिक दवा कैसे बार-बार पेशाब आना और जलन में रहत देता है
“नटुरिकारे” एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बार-बार पेशाब आने और जलन की समस्या को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह दवा गुग्गुलु के एक प्रकार के होते हैं और मूत्र के रासायनिक संरचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं। निम्नलिखित कारणों से इसका उपयोग किया जाता है:
नटुरिकारे के लाभ:
1. मूत्रमार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infection – UTI):
- नटुरिकारे मधुमेह के उपचार के साथ साथ मूत्रमार्ग संक्रमण को भी दूर करने में मदद कर सकता है।
2. पेशाब के अवायवों की सूजन (Anti-inflammatory):
- इसके रूप में एक प्रकार की गुग्गुलु होती है जिसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मूत्र रासायनिक संरचन की सुधार कर सकते हैं और मूत्रमार्ग की सूजन को कम कर सकते हैं।
3. मूत्र के अवयवों की संकुचन (Diuretic):
- यह दवा मूत्र के अवयवों को संकुचित करने में मदद करती है, जिससे मूत्रमार्ग की उत्तेजना को कम किया जा सकता है।
4. स्वास्थ्य मूत्र प्रवाह (Promotes Healthy Urination):
- नटुरिकारे व्यक्ति को स्वस्थ मूत्र प्रवाह की ओर उकसाता है जिससे मूत्रमार्ग की स्वस्थता को बनाए रखने में मदद मिलती है।
5. मूत्रमार्ग संबंधित विकार (Urinary Tract Disorders):
- यह दवा अनेक प्रकार के मूत्रमार्ग संबंधित विकार के उपचार में उपयोगी हो सकती है, जैसे कि पेशाब में जलन, सूजन, या बार-बार पेशाब आने की समस्या।
नटुरिकारे की खुराक और उपयोग:
- आम रूप से 1 से 2 गोली दिन में दो बार या डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक के अनुसार ली जाती है।
- इसे ठंडे पानी के साथ लेना अच्छा होता है।
- डॉक्टर द्वारा सलाह के बिना इसे लेने से पहले सलाह लेना चाहिए।
नटुरिकारे एक प्रकार की प्राकृतिक और आयुर्वेदिक दवा है जिसे विशेष रूप से मूत्रमार्ग संक्रमण और उससे होने वाली समस्याओं के उपचार में प्रयोग किया जाता है। लेकिन किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अत्यधिक जरुरी है। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सही खुराक और उपयोग की सलाह देंगे।
FAQ’s | बार बार पेशाब आना इलाज
Q1. पेशाब की समस्या कब गंभीर होती है?
Ans – यदि बार बार पेशाब आने के लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, या यह लक्षण किसी और बीमारी के साथ जुड़े हों, तो यह गंभीर हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर से जल्दी संपर्क करना जरूरी है।
Q2. क्या बार बार पेशाब आने से एक्सरसाइज़ प्रभावित हो सकती है?
Ans – हां, कुछ व्यायाम बार बार पेशाब आने की समस्या को बढ़ा सकते हैं, इसलिए इस विषय में डॉक्टर से परामर्श लें।
Q3. बार बार पेशाब आने के लिए क्या आहार अच्छा है?
Ans – पानी की मात्रा कम करें, उत्तेजक पदार्थ जैसे कि कॉफी, टी, और अल्कोहल से दूर रहें, और प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लें।
Q4. बार बार पेशाब आने की समस्या को कैसे रोकें?
Ans – सही उपचार और डॉक्टर की सलाह पर चलना सबसे अच्छा उपाय है, और हमेशा स्वस्थ जीवनशैली का पालन करें।









